गौरखेड़ा: सद्गुरु धाम आश्रम में मनाई गई हरियाली अमावस्या

छत्तीसगढ़ के सद्गुरु धाम आश्रम गौरखेड़ा में हरियाली अमावस्या बड़े ही धूमधाम से मनाई गई | इस दौरान सद्गुरु कबीर सेना छत्तीसगढ़ ने मंगलाचरण पाठ और यज्ञ हवन के बाद वृक्षारोपण भी किया | इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप नायक, प्रदेश सहसचिव अभिषेक बंजारे, पलारी ब्लॉक के केन्द्राध्यक्ष टीकम चंद वर्मा, सिमगा ब्लॉक के केन्द्राध्यक्ष यादराम साहू और बलौदा बाजार कबीर सेना के अन्य सदस्यगण भी मौजूद रहें | हरियाली अमावस्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में सद्गुरु कबीर सेना के सदस्यों ने अपने धर्म संस्कृति की रक्षा और संगठन को बढ़ाने के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प भी लिया |

क्या होती है हरियाली अमावस्या ?

हरियाली अमावस्या हरियाली तीज से तीन दिन पहले आती है | सनातन धर्म में इसे अत्यंत शुभ माना जाता है | इस दिन भगवान शिव की अर्धनारीश्वर स्वरूप की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्त होती है | इसके अलावा इस पवित्र दिन पर वृक्षारोपण का भी विशेष महत्व दिया गया है| भविष्य पुराण में लिखा है कि निसंतान लोगों के लिए वृक्ष ही संतान है | जो वृक्ष लगाते हैं उनके लौकिक – अलौकिक कर्म वृक्ष ही करते हैं, इसलिए जिनके संतान नहीं है उन्हें इस दिन वृक्ष अवश्य लगानी चाहिए | शास्त्रों के अनुसार, पीपल के वृक्ष में तीनों देव यानी ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है | हरियाली अमावस्या पर इसकी पूजा करने से शनि की महादशा से छुटकारा मिलता है.

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