शाहजहांपुर : सद्गुरु धाम आश्रम में मनाई गई हरियाली अमावस्या

सावन का पावन महीना चल रहा है और इस पावन महीने में 4 अगस्त को हरियाली अमावस्या मनाई गई. इस पवित्र तिथि को शाहजहांपुर के खुदागंज कस्बे में महात्मा सुरेंद्र पाल के आवास पर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें श्रीमती गिरिजा देवी, महात्मा राजन सिंह, महात्मा संतोष कुमारी ,निर्दोष सिंह और मुन्नी देवी के साथ अन्य सद्विप्रों ने हिस्सा लिया.

क्या होती है हरियाली अमावस्या ?

हरियाली अमावस्या हरियाली तीज से तीन दिन पहले आती है | सनातन धर्म में इसे अत्यंत शुभ माना जाता है | इस दिन भगवान शिव की अर्धनारीश्वर स्वरूप की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्त होती है | इसके अलावा इस पवित्र दिन पर वृक्षारोपण का भी विशेष महत्व दिया गया है |

भविष्य पुराण में लिखा है कि निसंतान लोगों के लिए वृक्ष ही संतान है | जो वृक्ष लगाते हैं उनके लौकिक – अलौकिक कर्म वृक्ष ही करते हैं, इसलिए जिनके संतान नहीं है उन्हें इस दिन वृक्ष अवश्य लगानी चाहिए | शास्त्रों के अनुसार, पीपल के वृक्ष में तीनों देव यानी ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है | हरियाली अमावस्या पर इसकी पूजा करने से शनि की महादशा से छुटकारा मिलता है.

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