साल में एक बार आने वाले सद्गुरु के प्रगटोदिवस का इंतजार हर सद्विप्र को होता है। वह इस खुशनुमा पल का साक्षी बनना चाहते हैं। इसलिए वह जहां कही भी रहें, उनके द्वारा स्वामी कृष्णानंद जी महाराज के जन्मोत्सव को जरूर मनाया जाता है। सद्विप्रों की आस्था का ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ में देखने को मिला। जहां सद्विप्र समाज सेवा अकलतरा के सदस्यों ने सद्गुरु के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में संध्या पाठ, हवन पूजन औऱ पान परवाना संकीर्तन का आयोजन करवाया गया। इस दौरान प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई। वहीं छत्तीसगढ़ के कुछ सद्विप्र इस अवसर पर जय गुरुदेव का उद्घोष करते हुए नाचते हुए दिखे।
साल में एक बार आने वाले सद्गुरु के प्रगटोदिवस का इंतजार हर सद्विप्र को होता है। वह इस खुशनुमा पल का साक्षी बनना चाहते हैं। इसलिए वह जहां कही भी रहें, उनके द्वारा स्वामी कृष्णानंद जी महाराज के जन्मोत्सव को जरूर मनाया जाता है। सद्विप्रों की आस्था का ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ में देखने को मिला। जहां सद्विप्र समाज सेवा अकलतरा के सदस्यों ने सद्गुरु के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में संध्या पाठ, हवन पूजन औऱ पान परवाना संकीर्तन का आयोजन करवाया गया। इस दौरान प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई। वहीं छत्तीसगढ़ के कुछ सद्विप्र इस अवसर पर जय गुरुदेव का उद्घोष करते हुए नाचते हुए दिखे।